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रीढ़ की हड्डी की नस दबना : कारण | लक्षण | उपाय

रीढ़ की हड्डी की नस दबना एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या हो सकती है, जिसे साइटिका या स्पाइनल कॉर्ड कंप्रेशन के रूप में जाना जाता है। यह एक अस्थायी स्थिति हो सकती है जो बिना सही देखभाल के और सही उपचार के बिना गंभीर हो सकती है। रीढ़ के हड्डी व मनके हमारे शरीर का बहुत ही जरूरी अंग है और हमारा शरीर इसी के सहारे ही चलता है और कार्य करता है। रीढ़ की हड्डी अलगअलग प्रकार के मनकों से बनती है और उन मनकों के बीच में डिस्क होती है और मनकों के दोनों तरफ और बीच में नसें होती है। अगर हमारे मनकों में कोई भी तकलीफ होती है तो उसका सारा असर डिस्क और नसों पर पढ़ता है।

जिसके कारण मरीज की गर्दन और कमर में दर्द रहने लगता है और नसों की वजह से यह दर्द बाजुओं और टांगों में जाने लगता है। ज्यादातर यह तकलीफ कमर के नीचे वाले हिस्से में होती है और दर्द टांग में निकलता है जिसको हम सिकाटिका का दर्द कहते हैं। जो कि नस के दबने और उसका दौरा रूकने की वजह से होती है और मरीज के पैर और टांग सुन्न भी रहने लगती है और यह तकलीफ धीरे – धीरे बढऩे लगती है और मरीज का चलना, फिरना और खड़े होना भी मुश्किल हो जाता है। इस नस के दबने का पता एमआरआई से लगता है।

रीढ़ की हड्डी की नस दबने के कई कारण हो सकते हैं, और यह समस्या अक्सर किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या का परिणाम होती है। निम्नलिखित कारण इस समस्या का मुख्य कारण हो सकते हैं:

कारण :-

1. डिस्क प्रॉलैप्स: यह एक अवस्था है जिसमें रीढ़ की हड्डी के डिस्क का भाग बाहर आ जाता है और नसों को दबाता है।

2. स्पाइनल स्टेनोसिस: इसमें स्पाइनल कॉर्ड के चारों ओर की नसें संकुचित हो जाती हैं, जिससे नसों को दबाने का कारण बनता है।

3. स्कोलियोसिस: यह एक पृष्ठिकुट्टि की गंभीर समस्या हो सकती है, जिसमें पृष्ठिकुट्टि की कुछ हिस्सों में असमान विकास होता है, जिससे नसों को दबाने का खतरा बढ़ जाता है।

4. बैक इंजरी: किसी चोट के कारण रीढ़ की हड्डी में क्षति हो सकती है, जिससे नसों को दबाने का कारण बन सकता है।

रीढ़ की हड्डी की नस दबने के लक्षण (Symptoms of Spinal Nerve Compression) व्यक्ति के शारीरिक स्वास्थ्य की समस्या की गंभीरता और स्थिति के आधार पर भिन्न हो सकते हैं। यह सामान्य लक्षण होते हैं, जिनमें निम्नलिखित शामिल हो सकते हैं:

लक्षण :-

1. पीड़ा और दर्द: रीढ़ की हड्डी की नस दबने के कारण पीठ में दर्द होता है, जो कमर से लेकर पैरों तक फैल सकता है।

2. सूजन: नसों के दबने के कारण सूजन हो सकती है।

3. छाती का दर्द: अधिक समय तक बैठकर काम करने के कारण छाती में दर्द हो सकता है।

4. कमर और पैरों में हलचल: कमर में दर्द के साथ ही पैरों में भी हलचल हो सकती है।

रीढ़ की हड्डी की नस दबने के उपाय निम्नलिखित हो सकते हैं, लेकिन कृपया ध्यान दें कि ये केवल सामान्य सुझाव हैं और इस समस्या के उपचार के लिए आपको अपने चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।

उपाय :-

1. डॉक्टर की सलाह: पहले और सबसे महत्वपूर्ण उपाय है एक चिकित्सक से सलाह लेना। वे आपकी स्थिति की गहरी जांच करेंगे और सही उपाय सुझाएंगे।

2. व्यायाम और योग: कुछ व्यायाम और योग आपकी पीठ की मांसपेशियों को मजबूती देने में मदद कर सकते हैं।

3. दवाएँ: डॉक्टर द्वारा सिफारिश की जाने वाली दवाओं का सेवन करें।

4. चिकित्सा प्रक्रियाएँ: कुछ गंभीर मामलों में आपको सर्जरी की भी आवश्यकता हो सकती है, जैसे कि डिस्क प्रॉलैप्स की स्थितियों में।

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Dr. Girish Gupta is a specialization joint replacement surgeon in Indore, known for his expertise in orthopedic procedures. With years of experience, he provides exceptional care and specializes improving the quality of life for his patients through joint replacements.

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